कठिन MATHS को सरल बनाता ABACUS
आज हो या बीता हुआ कल जो विषय किसी भी स्कूली बच्चे को सताता रहा है उसका नाम है MATHS, MATHS और MATHS ! जोड़ना ,घटाना ,गुणा ,भाग चार मजबूत खम्बे हैं जिन पर पूरा गणित विषय टिका हुआ है। Student की किसी एक में कमज़ोरी पूरी नींव हिला सकती है मतलब Calculation बिगाड़ सकती है। इसी गलती का डर कभी–कभी कुछ बच्चों के मन में इस कदर समा जाता है कि Maths उनके लिए बुरे सपने का रूप ले लेता है।Maths की बात चली नहीं कि हाथ–पैर कांपने लगते हैं। आखिरकार थक–हारकर Parents को Tuition या Coaching का रास्ता दिखता है। पर क्या आप जानते हैं कि गणित विषय की नींव को मजबूत करने का एक सरल और प्रभावकारी तरीका भी है जिसे ABACUS कहते हैं। जो इसके बारे में जानते हैं बहुत बढियाँ पर यकीनन बहुत Parents ऐसे भी होंगे जो सोचते होंगे कि Abacus किस चिड़िया का नाम है। साफ़ है उनके स्कूली दिनों में Abacus को कुछ ख़ास तवज्जो नहीं दी गयी होगी। इसलिए अनजान होना उनकी गलती नहीं है। पर ज़िम्मेदार अभिभावक होने के नाते उनका कर्त्तव्य है कि वह केवल School के भरोसे न रह कर खुद भी शिक्षा के नए–नए आयामों से परिचित हों। यहाँ हमारी सभी माँ–बाप को दिल से सलाह है कि यदि उन्हें अपने बच्चे के Learning Pattern में Abacus को शामिल करना है तो अभी से अपनी Research कर लें क्युंकि ABACUS सीखने की सही उम्र 5 से 15 वर्ष की Best होती है।
क्या होता है ABACUS ?
Abacus एक ऐसा Tool है जो पहली नज़र में एक खिलौने की तरह दिखता है। यह चौकोर या आयताकार (Square or Rectangular) होता है जिसमे खड़ी या आड़ी (Vertical or Horizontal) पतली तीलियाँ (Rods) होती हैं और उन तीलियों में रंग–बिरंगी मोतियाँ। मोतियों (Beads) के रंग छोटे बच्चों को आकर्षित करते हैं। इन मोतियों को ऊपर–नीचे या फिर आगे–पीछे सरका के अंकगणित (Arithmetic) के सवाल हल किए जाते हैं। बच्चा यदि नियमित Practice करता है तो वह आसानी से पहाड़े (Tables) भी सीख जाता है।
ABACUS शब्द आया कहाँ से ?
Abacus एक Latin शब्द है जो Greek भाषा के शब्द ‘Abax’ से लिया गया है जिसका अर्थ होता है ‘गिनती करने वाला टेबल’ या ‘ Counting Table ‘. अबेकस की शुरुआत की जाए तो जापान और चीन का नाम मुख्य रूप से सुनने आता है। Abacus के आविष्कारक के रूप में किसी एक नाम पर सहमति रखना हमेशा से चर्चा का मुद्दा रहा है फिर भी विश्व का एक बड़ा तबका ‘Tim Crammer’ को अबेकस के जनक के रूप में स्वीकार करते हैं। इन्होने दृष्टिबाधित (Visually Impaired) लोगों की सहायता के लिए 1960 में Abacus से दुनिया को परिचित करवाया।
ABACUS सीखने के लाभ
बेशक बड़ी Class में जाते–जाते Maths और मुश्किल होता जाता है। किसी भी Sum / Calculation को हल करने के लिए जटिल तरीके , ढेरों Formula याद करने पड़ते हैं क्यूंकि उनके बिना Maths Solve करना नामुमकिन सा है। ऐसे में बच्चों के खिलौने समान दिखने वाला Abacus Tool क्या ही मदद कर सकता है। पर रुकिए ज़रा! सोचिये ज़रा ! जो काम एक छोटी सी सुई कर सकती है क्या तेज़ धार तलवार उसको करने में सक्षम है।‘ नहीं बिलकुल भी नहीं ‘। धरती पर हर चीज़ का कोई न कोई महत्व अवश्य ही होता है। तो आइये Abacus के कुछ मुख्य गुणों पर चर्चा कर लेते हैं।
- ABACUS से MENTAL MATHS Strong बनता है
कागज़ और Pen/Pencil का उपयोग करके Maths Learning धीरे–धीरे लम्बी प्रक्रिया बनती जाती है। Calculation और Solving में यदि कोई भी Step में फेर–बदल हुआ तो पूरा का पूरा Answer गलत हो जाता है। वही यदि बच्चा रोज़ाना Abacus पर टाइम बिताए और आप (Parents) उसे सही Guide करें तो खेल–खेल में बच्चा मोतियों की जगह बदलते हुए कब Problem Solving सीख जायेगा आपको खुद देख कर हैरानी होगी। मज़े–मज़े में बच्चे के दिमाग में Abacus Tool पर Beads Movement की छवि (Image Set) होती जाती है और बड़ी ही सरलता से उसकी Mental Maths strong बन जाती है। मुमकिन है धीरे–धीरे बच्चा खुद स्वतंत्र रूप से छोटे–छोटे Problem Solve करना सीख जाए और उसे Paper/Pen/Pencil की आवश्यकता कम पड़े।
- CONCENTRATION एकाग्रता को बढ़ावा मिलता है
Abacus से Calculation करते time बच्चा tool पर मोतियों को सरकाने के लिए अपने दोनों हाथों अँगुलियों को एक साथ चलाता है और उसकी आँखें Tool और Problem Solving पर टिकी होती हैं। यहाँ सबसे अच्छी बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान दिमागी भटकाव की गुंजाइश लगभग ना के बराबर हो जाती है।
Abacus की एक खूबी यह भी है कि बोल–बोल कर Beads को गिनने से, बोलने और सोचने की स्पीड बढ़ती है। मोतियों को धीरे–धीरे नहीं सरकाया जा सकता वरना वह अपनी जगह से हिल जाएँगी। इस कारण शरीर और दिमाग का आपस में सामंजस्य मजबूत होता जाता है और परिणामस्वरूप Problem Solving Speed बढ़ती है। इसे और बेहतर तरीके से समझने के लिए आप YouTube पर ढेरों Videos देख सकते हैं।
- CALCULATOR पर निर्भरता को कम करता है
शिक्षा के क्षेत्र में आधुनिक युग का सबसे प्रचलित Gadget यदि कोई है तो वह वह है Calculator । बच्चे क्या , हम और आप बड़े भी जोड़, घटाना , गुणा ,भाग आदि करने के लिए झट से Calculator उठा लेते हैं। नए–नए आविष्कारों की देन है कि आज Mobile Phones के ज़रिये हम सभी के पास Calculator 24 घंटे उपलब्ध है बस Buttons दबाने की देर है । सीधी सी बात है जब Calculator जैसा सरल विकल्प हाथ में हो तो कोई भी दिमागी कसरत करने की मेहनत क्यों करना चाहेगा। नतीजतन धीरे–धीरे Mental Maths Solving , Calculator Solving Method पर निर्भर होती जाती है। इसके दोषी छोटे–छोटे बच्चे नहीं , हम और आप जैसे माता– पिता ही हैं क्यूंकि बच्चों को Calculator के बारे में तब तक पता नहीं चलेगा जब तक हम उन्हें Calculator न दिखाएं या बताएं। समय के साथ बदलना ज़रूरी है पर उस बदलाव को अपने और बच्चे की मजबूरी में तब्दील होने देना सही नहीं होगा। Abacus Learning के माध्यम से आप बच्चे की Calculator Usage पर निर्भरता काफी हद तक कम कर सकते हैं।
ABACUS Learning के चुनिंदा YouTube Platforms
- Abacus Classes by Pranati 1729
- Mastermind Abacus
- Ideal Play Abacus India
- The Abacus Club
सौ बात की एक बात
‘ माँ के आँचल ‘ ने इस लेख के माध्यम से ABACUS की रंग –बिरंगी, मज़ेदार , शिक्षा की दुनिया को समझाने का प्रयास किया है। स्वयं एक अभिभावक होने के नाते हम समझते हैं कि स्कूली बच्चों पर पढाई का कितना बोझ होता है। विशेष रूप से गणित विषय का। हमने विस्तार में Abacus की खूबियों को साझा किया है पर जैसा कहते हैं ना की ‘ चाँद में भी दाग होता है ’। इसको अन्यथा मत लीजिएगा पर हमारे कहने का आशय यह है कि Abacus के प्रभावशाली गुणों के होते हुए इसकी कुछ सीमाएं या दोष भी हैं। जैसे– इसे समझने और करने में थोड़ा अधिक समय लगता है। जटिल प्रश्नों को हल करना मुश्किल है। सबसे महत्वपूर्ण की बिना Abacus Tool के बिना Mathematics प्रश्नों को हल नहीं किया जा सकता। पर इसके बावजूद यदि तुलना की जाए तो हमारा मानना तो यही है कि Maths Learning की नींव मजबूत बनाने के लिए यदि बच्चे को कम उम्र में ही Abacus Learning से परिचित कराया जाए तो इसके दूरगामी Positive परिणाम देखने को मिलेंगे। बचपन से ही बच्चे की Mental Maths , Logical Reasoning , Problem Solving, Confidence Building , Concentration and Focus पर पकड़ मजबूत बन जाएगी और वह भविष्य में QUICK LEARNER बन कर उभरेगा। सौ बात की एक बात यही है कि Abacus से जुडी छोटी–मोटी कमियों को किनारे रखते हुए Parents आज ही अपने बच्चों को ABACUS सीखने के लिए प्रेरित और सहयोग अवश्य करें जिससे Maths उसके लिए डर का विषय ना रहे। मिलते हैं ‘ माँ के आँचल ‘ के अन्य रोचक लेख में। हमसे जुड़े रहने के लिए ‘धन्यवाद‘
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